कोई भी इंसान जिंदगी मैं सीधे नहीं चल सकता.मतलब की इंसान के लाइफ में हमेशा सुख दुःख आते रहेंगे. लाइफ का graph हमेशा up या down होता रहेगा. ये सिलसिला हमेशा से है और हमेशा आते जाते रहेंगे.तो इस टाइम हम ज्यादातर Demotivate यानि हममें एनर्जी नहीं रहती. तो फिर किसी भी situation में हम अपने आपको motivate कैसे रखेंगे.ये एक question है.Demotivate जिसे आप बुरा बोल रहे हो ये बुरी चीज नहीं है.इस चीज में आप rest कर सकते हो.अपने कभी animal को observe किया होगा. चलिए उदाहरण से समझते है.
कभी शेर को देखा होगा टीवी पर वो शेर शिकार करने के लिए आधा या १ घंटा एक ही जगह पर बैठता है. बिना कोई हलचल किये.मतलब वो अटैक करने की तैयारी कर रहा है.की जैसे ही शेर को मौका मिलेगा वो हमला करेगाही.उस टाइम अगर वो ये सोचेगा की में demotivate क्यों हो रहा हु में attack ही करता रहु ना पूरा दिन.अगर वो पूरा दिन attack ही करता रहेगा तो दिनभर भी वो कुछ नहीं कर पायेगा. उसे कुछ भी नहीं मिलेगा.
क्यूंकि वो एक ही जगह पर टिक कर के बैठा रहता है. यानी सब एक ही position पे है मतलब rest ही हुआ.लेकिन awareness पूरी है. सोया हुआ नहीं है पर तैयारी पूरी है अगली छलांग मारने की लिए.तो इस चीज से power आ जाती है action में.तो motivation means doing something .आप का ये सवाल है की हमेशा कुछ ना कुछ करता रहूँगा हमेस motivated कैसा रहूँगा और ऐसा कैसे होगा.जब कुछ करोगे तो रुकोगे भी ना.इसे एक कहानी से समझते है, अपने भी कहानी कही से सुनी होगी.
दो लकड़ी कटाने वाले रहते है. एक दिन में दोनों ही 10 पेड़ काटते थे.कुछ टाइम बाद एक बंदा 10 से 20 पेड़ कटने तक पंहुचा और दूसरा 2 पेड़ पर आ गया.जबकि मेहनत वो एक वाला ज्यादा कर रहा था.और जो 20 वाला था वो काम कर रहा था. ये 2 घंटे काम कर रहा था जब की ये 8 घंटे काम कर रहा था लेकिन इसके बावजुत भी वो दो ही पेड़ काट रहा था और वो चार घंटे में 20 पेड़ काट रहा था . तो वो क्या कर रहा था जब उनसे जाकर पूछा तो वो 4 घण्टे पेड़ काट रहा था और वो बाकीके 4 घंटे उसके कुल्हाड़ी की धार तेज़ कर रहा था.
तो आप कितनी धार तेज़ करते हो,जिस brain से आपको सोचना है करना है.कभी सोचा है.
इस body के ऊपर कितना काम करते हो.इस बॉडी के ऊपर हम काम नहीं करते.फ़ी बात करते है lazyness की आलस की. वो तो फिर आनी है. बॉडी के ऊपर कितना काम कर रहे हो उसकी धज्जिया तो उड़ा रहे हो.9 ,10 घण्टे तक मोबाइल पर लगे हुए हो. ये सब हम कर रहे है. इसके वजह से blood पूरी तरह से brain तक नहीं पहुछ रहा और पूरी सुस्ती आती है. जिसे आलस या lazyness बोलते है.आप बॉडी के ऊपर काम नहीं कर रहे.
या फिर अपने mind के लिए क्या काम रहे हो उसकी power बढ़ाने के लिए वो कैसे बढाती है.
Rest मतलब सोना नहीं है, आप aware हो पर कुछ नहीं कर रहे हो. उसके वजहसे brain sharp हो जाती है.उतनी sharp हो सकती है जिसकी कोई हद नहीं है. आपको पता होगा शायद जो scientist होते है वो कई कई घंटो तक या कई कई दिनों एक ही जगह पर बैठते थे. सबकुछ छोड़ कर और जब कुछ नहीं कर रहे होते थे तब discovery होती थी.उसके बाद भी कई scientist आये और चले गए, कभी कुछ तो कभी कुछ दिन रात लगे रहे और कुछ नहीं कर पाए. करने से सबकुछ थोड़ी ना होता है.
जब आप कुछ नहीं कर रहे हो मतलब सोये नहीं हो. कुछ भी नहीं कर रहे हो. ना अंदर ना बाहर उस वक़्त क्या होता है उअस वक़्त आपकी ब्रेन computer की तरह होती है जो अभी अभी format हुआ है और उसके बाद जैसे ही कोई thought उसके अंदर ज्याता है.एकदम से प्रोसेस कर के बहार आता है. तो ये है actual Solution .
और ये काफी खतरनाक state है अगर इसको आप achieve करने को कोशिश कर रहे हो की में हमेशा motivated कैसे रहु की आपको समझ ही नहि आ रहा की आप कर क्या रहे है.
अगर आप हमेशा काम हि करते रहोगे हमेशा motivate ही रहोगे? तो कभी भी सोच नहीं पाओगे.सोचने के लिए टिक कर के बैठना आना चाहिए. ब्रेन को silent करते आना चाहिए.
तो दोस्तों आप को ये बात समझ गयी होगी की हमेशा motivate कैसे रहे ? मतबल ब्रेन को silent कैसे करे.ये बात मैंने अपने मन से नहीं बनायीं मैंने कही ये बात से पढ़ी है और किसी वीडियो से सीखी है. तो मुझे लगा की ये बात में आप को बताऊ की actual में होता क्या है .तो article पूरा पढ़ने के लिए बहोत धन्यवाद.
कभी शेर को देखा होगा टीवी पर वो शेर शिकार करने के लिए आधा या १ घंटा एक ही जगह पर बैठता है. बिना कोई हलचल किये.मतलब वो अटैक करने की तैयारी कर रहा है.की जैसे ही शेर को मौका मिलेगा वो हमला करेगाही.उस टाइम अगर वो ये सोचेगा की में demotivate क्यों हो रहा हु में attack ही करता रहु ना पूरा दिन.अगर वो पूरा दिन attack ही करता रहेगा तो दिनभर भी वो कुछ नहीं कर पायेगा. उसे कुछ भी नहीं मिलेगा.
हमेशा मोटीवेट कैसे रहे
क्यूंकि वो एक ही जगह पर टिक कर के बैठा रहता है. यानी सब एक ही position पे है मतलब rest ही हुआ.लेकिन awareness पूरी है. सोया हुआ नहीं है पर तैयारी पूरी है अगली छलांग मारने की लिए.तो इस चीज से power आ जाती है action में.तो motivation means doing something .आप का ये सवाल है की हमेशा कुछ ना कुछ करता रहूँगा हमेस motivated कैसा रहूँगा और ऐसा कैसे होगा.जब कुछ करोगे तो रुकोगे भी ना.इसे एक कहानी से समझते है, अपने भी कहानी कही से सुनी होगी.
दो लकड़ी कटाने वाले रहते है. एक दिन में दोनों ही 10 पेड़ काटते थे.कुछ टाइम बाद एक बंदा 10 से 20 पेड़ कटने तक पंहुचा और दूसरा 2 पेड़ पर आ गया.जबकि मेहनत वो एक वाला ज्यादा कर रहा था.और जो 20 वाला था वो काम कर रहा था. ये 2 घंटे काम कर रहा था जब की ये 8 घंटे काम कर रहा था लेकिन इसके बावजुत भी वो दो ही पेड़ काट रहा था और वो चार घंटे में 20 पेड़ काट रहा था . तो वो क्या कर रहा था जब उनसे जाकर पूछा तो वो 4 घण्टे पेड़ काट रहा था और वो बाकीके 4 घंटे उसके कुल्हाड़ी की धार तेज़ कर रहा था.
तो आप कितनी धार तेज़ करते हो,जिस brain से आपको सोचना है करना है.कभी सोचा है.
इस body के ऊपर कितना काम करते हो.इस बॉडी के ऊपर हम काम नहीं करते.फ़ी बात करते है lazyness की आलस की. वो तो फिर आनी है. बॉडी के ऊपर कितना काम कर रहे हो उसकी धज्जिया तो उड़ा रहे हो.9 ,10 घण्टे तक मोबाइल पर लगे हुए हो. ये सब हम कर रहे है. इसके वजह से blood पूरी तरह से brain तक नहीं पहुछ रहा और पूरी सुस्ती आती है. जिसे आलस या lazyness बोलते है.आप बॉडी के ऊपर काम नहीं कर रहे.
या फिर अपने mind के लिए क्या काम रहे हो उसकी power बढ़ाने के लिए वो कैसे बढाती है.
- 1. Blood circulation से और
- 2. Best से
Rest मतलब सोना नहीं है, आप aware हो पर कुछ नहीं कर रहे हो. उसके वजहसे brain sharp हो जाती है.उतनी sharp हो सकती है जिसकी कोई हद नहीं है. आपको पता होगा शायद जो scientist होते है वो कई कई घंटो तक या कई कई दिनों एक ही जगह पर बैठते थे. सबकुछ छोड़ कर और जब कुछ नहीं कर रहे होते थे तब discovery होती थी.उसके बाद भी कई scientist आये और चले गए, कभी कुछ तो कभी कुछ दिन रात लगे रहे और कुछ नहीं कर पाए. करने से सबकुछ थोड़ी ना होता है.
जब आप कुछ नहीं कर रहे हो मतलब सोये नहीं हो. कुछ भी नहीं कर रहे हो. ना अंदर ना बाहर उस वक़्त क्या होता है उअस वक़्त आपकी ब्रेन computer की तरह होती है जो अभी अभी format हुआ है और उसके बाद जैसे ही कोई thought उसके अंदर ज्याता है.एकदम से प्रोसेस कर के बहार आता है. तो ये है actual Solution .
और ये काफी खतरनाक state है अगर इसको आप achieve करने को कोशिश कर रहे हो की में हमेशा motivated कैसे रहु की आपको समझ ही नहि आ रहा की आप कर क्या रहे है.
अगर आप हमेशा काम हि करते रहोगे हमेशा motivate ही रहोगे? तो कभी भी सोच नहीं पाओगे.सोचने के लिए टिक कर के बैठना आना चाहिए. ब्रेन को silent करते आना चाहिए.
तो दोस्तों आप को ये बात समझ गयी होगी की हमेशा motivate कैसे रहे ? मतबल ब्रेन को silent कैसे करे.ये बात मैंने अपने मन से नहीं बनायीं मैंने कही ये बात से पढ़ी है और किसी वीडियो से सीखी है. तो मुझे लगा की ये बात में आप को बताऊ की actual में होता क्या है .तो article पूरा पढ़ने के लिए बहोत धन्यवाद.
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