BMW Car |
यह तो थी इसकी सफलता की कहानी लेकिन BMW का सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. BMW उन प्रसिद्ध कंपनियों में शामिल है जिनको वार्ड वार के समय कार बनाने को रोक लगाई गई थी. उस समय इस कंपनी में साइकल और किचन के बहुत सामान बनाती थी और एक समय बिकने की कगार पर थी यह कंपनी आगे चलते इस कंपनी ने रोल्स रॉयस जैसी कंपनी की खरीद डाली . तो चलिए दोस्तों जानते हो BMW के सफलता की कहानी.
BMW के फाउंडर का नाम Karl Friedrich Rapp था. जिनका जन्म 1982 को जर्मनी में हुआ. आगे चलकर वह मैकेनिकल इंजीनियर बने और 1918 में उन्होंने Karl Rapp Motorenwerke Gabh नाम की एक कंपनी खोली. इस कंपनी में मुख्य तौर पर एयरक्राफ्ट और वाहनों के सामान बनाने के काम चलते हैं. कुछ सालों बाद पहला वर्ल्ड वॉर भी शुरू हो गया और उस समय एरो इंजीन की डिमांड भी काफी बढ़ चुकी थी .इसके चलते उन्होंने दो कंपनियों के साथ 1916 को एक कंपनी बना डाली जिसका नाम उन्होंने Bavarian Motors Works रखा और किसी को हम Short में BMW के नाम से जानते हैं .दरअसल यह नाम BMW का इंग्लिश नाम है इसका जर्मन नाम Bayerische Motorenwerke Gabh है. अगर आपको इसे पढ़ना आता है तो पढ़ लीजिए.
BMW Logo |
BMW का पहला प्रोडक्ट BMW 3A एयर क्राफ्ट इंजन था .इसकी क्वालिटी इतनी जबरदस्त थी इसीलिए वह मिलिट्री को काफी पसंद आया और BMW को उनके द्वारा एक बड़ा आर्डर मिल गया. लेकिन 1918 में वर्ल्ड वॉर खत्म हो जाने के बाद सिचुएशन कुछ ऐसी बनी कि BMW को एरो इंजन बनाना बंद करना पड़ा. इसीलिए BMW में खेतों में यूज किए जाने वाले पंप ,बस और ट्रैक्टर इंजन जैसे बहुत सारे प्रोडक्ट बनाएं. 1923 में बीएमडब्ल्यू ने मोटरसाइकिल बनाना भी शुरू कर दिया और इस कंपनी का पहला सफल मोटरसाइकिल BMW R32 था. 1928 में BMW ने ऑटोमोबाइल Werk नाम की एक कंपनी को खरीदकर कार का प्रोडक्शन करना भी शुरू कर दियाऔर इस कंपनी की पहली कार BMW 3/15 थी. 1939 के विश्व युद्ध के शुरुआती दौर में इन्होंने फिर से एरोइंजन बनाने की शुरुआत की लेकिन इसी बीच उनके कई फैक्ट्री पर बमबारी की गई और किस को जप्त कर लिया गया था. इतना ही नहीं उनके कंपनी पर मोटरसाइकिल और कार बनाने के लिए रोक लगाई गई थी. लेकिन इनसे हार ना मानते हुए उन्होंने किचन के सामान और साइकिल से बहुत सारी चीजें बनाई.
1947 में फिर से BMW ने मोटरसाइकिल का बनाने का परमिशन हासिल कर लिया और फिर मोटरसाइकिल बनानी शुरू कर दी. हालांकि कार बनाने पर कभी भी बैन लगा हुआ था.लेकिन 1951 में यह Ban भी हटा दिया गया और फिर BMW की कार 501 लांच की गई.हालांकि BMW की कार काफी महंगी थी . जिस वजह से 1954 तक BMW के कमाई का मुख्य जरिया सिर्फ मोटरसाइकिल था. फिर भी BMW 10,000 कार की बिक्री करी थी. लेकिन उनमें घाटा हो रहा था .1960 आते-आते BMW बिकने की कगार पर आ गई.
फिर 1961 में BMW किं 1500 कार लांच की गई और कंपनी को बचाने में काफी मददगार साबित हो गई इसे स्पोर्ट कार की वजह से लोगों ने काफी पसंद किया.अभी भी कंपनी में कार के बहुत सारे अच्छे अच्छे मॉडल है. लोगों ने भी इन कार को खरीदना पसंद किया और कुछ इसी तरह इस कंपनी में एक नई ऊंचाई को छू लिया. आगे चलकर 1994 में बीएमडब्ल्यू ने Redish Rover ग्रुप को को खरीद लिया. जिसमें उस समय लैंडरोवर (Land Rover) भी शामिल थी. हालांकि यह डील BMW के लिए नुकसान भरा रहा और आगे चलकर BMW ने इसे फोर्ड कंपनी को बेच दिया. 1998 में BMW ने रोल्स रॉयस और उसके LOGO को खरीद लिया 2003 के रोल्स रॉयल्स के पुनर्गठन के बाद BMW की ओनरशिप में मैं हि रोल्स रॉयस फैंटम रिलीज किया गया. 2004 में Honda, कावासाकी, Yamaha और Suzuki की खूबियों को ध्यान में रखते हुए BMW ने k12 स्पोर्ट बाइक लांच किया और 2011 में इलेक्ट्रिक कार और डिजाइन के मैन्यूफैक्चर के लिए BMW के सब ब्रांच BMW I बनाई गई और 2016 तक BMW की I3 मॉडल की कार 50000 तक बिक चुकी थी, जोकि ग्लोबल सेल्स के मामले में बहुत ज्यादा बड़ी बात थी.
आज BMW की कार खरीदना हर कार प्रेमी का सपना होता है और आपको भी पता होगा की बीएमडब्लू के Car कैसे होती है . तो दोस्तों यह थी BMW के कार के सफलता की कहानी आपको यह आर्टिकल कैसे लगा हमें कमेंट करके नीचे बताइए
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