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Sunday, October 21, 2018

समय अच्छा हो या बुरा ईश्वर हमेशा हमारे साथ है ..!

जिंदगी को जीने की कगार पर हम कभी कभी जिंदगी देने वालो पर भी शक करते है.क्यों ?
शायद आपने ये कहानी कही न कही सुनी होगी और इसे जीतनी बार सुनोगे ईश्वर के प्रति आपका विचार और ज्यादा बढ़ता चला जायेगा.

samay accha ho ya bura ishwar hamesh sath hai motivational story


ये कहानी है ऐसे लडके की जिसे अपनी जिंदगी मैं बहोत बड़ा आदमी बनना था.वो बहोत ही मेहनती लड़का था.उसे आपने ईश्वर पर बहोत ज्यादा विश्वास था.उसे लगता था की ईश्वर हमेशा उसके साथ है.रोज़ सुबह वो बीच पर घूमने ज्याता था तो वहापर उसे दो पैरो के निशान दिखते थे .एक खुद के और बाजु में ईश्वर के.उसे लगता था की वो ईश्वर से बाते कर रहा है.

धीरे धीरे वो मेहनत करता चला गया और बहोत ही ज्यादा सफल हो गया.वो उस के एरिया का बहोत ही पैसे वाला और नामी इंसांन बन गया.लेकिन आपको पता ही होगा.समय हर वक़्त सही नहीं रहता.मतलब अच्छा समय के बाद बुरा और बुरे के बाद अच्छा समय आता है.

तो जब उसका अच्छा समय चल रहा था तो ईश्वर उसके साथ थे. पर हुआ ये की उसका बुरा समय आ गया. उसके कंपनी को बहोत ही ज्यादा घाटा होने लगा और उसकी कंपनी बंद होने की कगार पर आ गयी.

एक दिन सुबह उठकर वो बीच पर गया तो उसने देखा की वह दूसरे पैरो के निशान नहीं थे.वो बहोत घबरा गया और बहोत ग़ुस्सा हो गया की जब मेरे अच्छा समय चल रहा था तो ईश्वर मेरे साथ थे. लेकिंन जब मेरा बुरा समय आया तो ईश्वर ने मेरा साथ छोड़ दिया.

अब ये लड़का मेहनती तो था और इसने मेहनत करना नहीं छोड़ी और क्यूंकि ईश्वर के साथ इसकी बाते होती थी.तो इसे सारे नियम पता थे.तो ये मेहनत करता गया करता गया और वापस से उसी कंपनी को उसी मुकाम तक लाया जिस पर पहले थी.

लेकिन कुछ दिनों के बाद उसने महसूस किया की दूसरे साइड उसे उन्ही पैरो के निशान दिखाई दिए. लेकिन ये काफी ग़ुस्सा था और इसने अपना मुँह दूसरी तरफ किया और कहा की मैं तुमसे बात नहीं करूँगा. उधर से आवाज़ आयी क्यों क्या हुआ.तो उस लड़के ने कहा की जब मेरे अच्छा समय चल रहा थे तो आप मेरे साथ थे और जब मेरा बुरा समय आया तो आपने मेरा साथ छोड़ दिया.उधर से आवाज़ आयी तुम्हे कैसे पता चला.उसने कहा की जब मेरा अच्छा समय था तो मुझे दो पैरो के निशान दिखे एक मेरे और एक आपके, लेकिन जब मेरा बुरा समय आया तो एक ही पैर के निशान मुझे दिखे जो की मेरे थे.

उधर से आवाज़ आयी नहीं. जब तुम्हारा अच्छा समय चल रहा था तो भी मैं तुम्हारे साथ था और जब तुम्हारा बुरा समय चल रहा था तो भी मैं तुम्हारे साथ था.जब तुम्हारा बुरा समय चल रहा था तो तुम्हे एक ही पैर के निशान दिखे वो तुम्हारे नहीं मेरे पैरो के निशान थे.उसे आश्चर्य  हुआ कैसे.

उधर से आवाज़ आयी की जब तुम्हारा बुरा समय चल रहा था तो मैंने तुम अपनी गोदी में उठाया था और तुम्हारे दोनों पैर ऊपर की और थे और जो निशान थे वो मेरे पैरो के थे.

मुझे लगता है की ये कहानी आपको समझ आयी होगी की ईश्वर हमेशा हमारे साथ है.चाहे अच्छा समय हो या बुरा.वो परम पिता मालिक हमेश हमरे साथ है और कभी भी हमरा साथ नहीं छोड़ते है.हमें सिर्फ कर्म करते रहना है.

दोस्तों ये कहानी आपको पसंद आयी होगी हमेशा की तरह और हमेशा खुश रहे  और अपना काम करते रहे.

धन्यवाद     


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